हिमाचल की Top 10 खबरें ! 23 मई


1) UPSC का फाइनल रिजल्ट घोषित, 933 अभ्यर्थी हुए चयनित
विशेष समाचार : संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सर्विस परीक्षा का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है। अंतिम परीक्षा में कुल 933 अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। जिसमें 345 अभ्यर्थी अनारक्षित, 99 EWS, 154 SC, 263 OBC और 72 अभ्यर्थी ST कैटेगरी के हैं। वहीं 178 अभ्यर्थियों की रिजर्व लिस्ट भी तैयार है। IAS पदों पर चयन हेतु 180 अभ्यर्थी शॉर्टलिस्ट हुए हैं। अभ्यर्थी UPSC की आधिकारिक वेबसाइट www.upsc.gov.in पर जाकर अपना फाइनल रिजल्ट चेक कर सकते हैं। UPSC की परीक्षा में इस बार पहले से तीसरे पायदान पर लड़कियों का दबदबा रहा है। इशिता किशोर ने पहला रैंक प्राप्त किया है। इसी तरह दूसरे स्थान पर गरिमा लोहिया और तीसेर स्थान पर उमा हरति एन रही है।
1011 पदों पर निकाली थी भर्ती
बता दें अप्रैल 18 तक यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के इंटरव्यू शुरू हुए थे। इंटरव्यू राउंड की शुरुआत 30 जनवरी से हुई थी। मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले कारीब 2,529 उम्मीदवारों को इंटरव्यू हेतु बुलाया गया था। यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 के अंतर्गत आईपीएस, आईएएस समेत सर्विसेज में 1011 पदों पर भर्ती निकाली थी।
2) बछेन्द्री पाल ने अपने ही जन्मदिन पर खुद को दिया उपहार, जानने लगी दुनिया
विशेष समाचार : भारतीय इतिहास में 23 मई 1984 का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। हर एक भारतीय के लिए यह गर्व का दिन था, है और हमेशा रहेगा। यही वो दिन था जब बछेन्द्री पाल ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह कर भारत का नाम रोशन किया था। जिसके बाद विश्व की सबसे ऊंची चोटी फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बनी। उन्होंने यह मुकाम प्राप्त कर उन रूढ़िवादी लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया जो महिलाओं को कुछ भी नहीं समझते थे। उनसे हजारों लाखों महिलाएं स्पोर्ट्स एवं एडवेंचर हेतु प्रेरित हुई।
परिवार नहीं चाहता था कि बेटी बने पर्वतारोही
बता दें बछेन्द्री पाल का जन्म 24 मई 1954 को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के नकुरी गांव में हुआ था। अपने गांव में ग्रेजुएशन करने वाली पाल पहली महिला थी। इसके बाद इन्होंने संस्कृत में मास्टर डिग्री हासिल की। साथ ही बीएड की पढ़ाई पूरी की। पर्वतारोही बनने के लिए पाल को अपने परिवार की तरफ से बिल्कुल भी सपोर्ट नहीं मिला था। उनका परिवार उन्हें अध्यापक बनते देखना चाहते थे।
12 साल की उम्र में चढ़ी थी 13,123 फीट ऊंची चोटी
बता दें बछेन्द्री पाल के बचपन का एक किस्सा काफी मशहूर है। पाल ने महज 12 वर्ष की उम्र में अपनी सहेलियों के साथ एक स्कूल पिकनिक के दौरान 13,123 फीट की चोटी पर चढ़ाई की थी। इस दौरान पाल को भी एहसास नहीं हुआ होगा कि वह आगे चलकर देश सहित दुनिया की सबसे ऊंची चोटी की चढ़ाई कर भारत का झंडा आसमान में लहराएगी।
अपने जन्मदिन में खुद को दिया तोहफा
परिवार के खिलाफ जाकर पाल ने माउंटनियरिंग में करियर बनाने का सोचा। जिसके लिए उन्होंने नेहरू पर्वतारोहण संस्थान में दाखिले के लिए आवेदन कर दिया था। वर्ष1984 में भारत ने एवरेस्ट पर चढ़ने हेतु एक अभियान दल बनाया। जिसका नाम ‘एवरेस्ट-84’ रखा गया। दल में बछेंद्री पाल समेत 11 पुरुष एवं पांच महिलाएं शामिल थी। 15 मई को पूरी टीम ने पर्वत पर चढ़ाई आरंभ की। एक रात जब वे अपने कैंप में आराम कर रहे थे, इसी दौरान एक हिमस्खलन नीचे आया और उनका कैंप तोड़ दिया। घटना में आधे से ज्यादा लोगों को चोटें आई थी। यहां तक कि कुछ लोग वापिस लौट आए। इसके बाद आधे लोगों ने बछेंद्री पाल संग हिम्मत बनाए रखी और सफर जारी रखा। आज ही के दिन बछेंद्री ने 23 मई, 1984 को अपने जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले माउंट एवेरस्ट की चोटी पर फतह कर भारतीय झंडा फहरा कर देश का नाम रोशन किया था। वर्ष 1990 में गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज किया।
इन पुरस्कारों से हो चुकी हैं सम्मानित
बछेंद्र पाल को 1984 में पद्मश्री, वर्ष 1986 में अर्जुन पुरस्कार और 2019 में पद्मभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। पर्वतारोहण के क्षेत्र में बछेंद्री पाल को कई मेडल एवं अवार्ड मिल चुके हैं। अपने आज तक के जीवन काल में वह 4500 से ज्यादा पर्वतारोहियों को प्रशिक्षित कर चुकी हैं।
3) WhatsApp पर आया कमाल का फीचर, भेजे गए मैसेज को अब कर पायेंगे एडिट
विशेष समाचार : WhatsApp पर मेटा ने चैट लॉकिंग फीचर लाने के बाद अब एक नया कमाल का फीचर लाया है। WhatsApp पर टेक्स्ट मैसेज को एडिट करने की सुविधा वाला नया फीचर आया है। इस फीचर की सहायता से यूजर्स को मैसेज भेजने के पश्चात उसे एडिट करने की सुविधा मिलेगी। यूजर्स मैसेज को भेजने के बाद 15 मिनट के भीतर ही एडिट कर सकेंगे।
इनको होगी मैसेज के एडिट होने की जानकारी
व्हाट्सएप ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि जब आप कोई गलती करते हैं या बस अपना विचार बदलते हैं तो वह अपने भेजे गए मैसेज को भी एडिट कर सकता है। हालांकि यूजर्स केवल मैसेज भेजने के पहले 15 मिनट में ही मैसेज को बदल सकता है। एडिटेड मैसेज उनके साथ एडिटेड डिस्प्ले करेगा यानी मैसेज रिसीव करने वाले को मैसेज के एडिट होने की जानकारी मिल जाएगी। ऐसे में वह पहले वाले मैसेज को नहीं देख सकेंगे।
इस तरह काम करेगा यह फीचर
- मैसेज एडिट करने हेतु यूजर्स को मैसेज पर देर तक टैप करना है।
- इस दौरान एक पॉप-अप ऑप्शन दिखाई देगा। जिसमें मैसेज एडिट करने का ऑप्शन भी शामिल है।
- ऑप्शन की सहायता से यूजर्स मैसेज को एडिट कर सकेंगे।
- व्हाट्सएप का नया फीचर्स पर्सनल चैट एवं ग्रुप चैट दोनों पर काम करेगा। इसके अलावा यूजर्स मैसेज भेजने के 15 मिनट के बाद मैसेज को एडिट नहीं कर सकेंगे।
4) जीएसटी संग्रह में एआई तकनीक से आएंगे बदलाव, जाने क्या
राज्य कर एवं आबकारी विभाग राजस्व संग्रह बढ़ाने हेतु ऑडिट प्रवर्तन की आधुनिक तकनीक के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग के लिए एक महत्त्वाकांक्षी योजना कार्यान्वित करेगी। इसके दृष्टिगत राज्य मंत्रिमंडल से अनुमोदन प्राप्त कर लिया है। इस महत्त्वाकांक्षी पहल को कार्यान्वित करने का मुख्य ध्येय जीएसटी से जुड़े राजस्व नुकसान को कम करना है। साथ ही जीएसटी बकाएदारों का वास्तविक डाटा उपलब्ध होगा और निरीक्षण तथा त्वरित फैसले लेने की प्रक्रिया सुनिश्चित होगी।
कामकाज में आधुनिक तकनीकों को किया जा रहा शामिल
मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रशासन में दक्षता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु सरकारी विभागों के कामकाज में आधुनिक तकनीकों को शामिल करने के लिए हिमाचल सरकार की प्रतिबद्धता पर सदैव बल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य कर एवं आबकारी विभाग द्वारा लेखा परीक्षा प्रवर्तन की आधुनिक तकनीक को अपनाने से सटीक डाटा तैयार करने, कर धोखाधड़ी का पता लगाने एवं उसकी रोकथाम में सहायता मिलेगी।
संभावित क्षेत्रों की पहचान करने में बनाएगी सक्षम
इस परियोजना के कार्यान्वित होने से प्रदेश के वार्षिक राजस्व में 250 करोड़ रुपए की अतिरिक्त बढ़ोतरी होगी। सुक्खू ने कहा कि परियोजना विभागीय अधिकारियों की क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ राजस्व में वृद्धि के लिए संभावित क्षेत्रों की पहचान करने में सक्षम बनाएगी। उन्होंने कहा कि एआई प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन से विभाग को मौजूदा चुनौतियों से और ज्यादा कुशलता से निपटने में सहायता मिलेगी। एआई को अपनाने एवं उन्नत डेटा विश्लेषण तकनीकों को शामिल करके, राज्य कर एवं आबकारी विभाग राजस्व संग्रह बढ़ाने, कर चोरी से निपटने और निर्णय लेने की प्रक्रिया को कारगर बनाने में और ज्यादा सक्षम होगा। आधुनिक तकनीकों को नियोजित कर राज्य सरकार के इस तरह के प्रयास सरकारी कार्यों में दक्षता व पारदर्शिता लाने की दिशा में एक विशेष कदम है।
5) तय मार्जिन से अधिक दाम पर खाद्यान्न नहीं बेच सकेंगे कारोबारी, अधिसूचना जारी
शिमला : हिमाचल के कारोबारी अब तय मार्जिन से अधिक दाम पर अपना सामान नहीं बेच पाएंगे। इसके अतिरिक्त तय मात्रा से अधिक अनाज या खाद्यान्न का स्टॉक खरीदने या रखने के लिए भी लाइसेंस बनवाना अनिवार्य होगा। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में फिर से मार्जिन प्रॉफिट एंड होर्डिंग एक्ट 1977 लागू कर दिया है। कारोबारियों के अनुसार इस एक्ट को लागू करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का प्रथम राज्य बन गया है। बता दें पिछली भाजपा सरकार ने कारोबारी संगठनों की मांग पर वर्ष 2018 में उक्त एक्ट को खत्म कर दिया था, लेकिन अब इसे फिर से लागू कर दिया है। खाद्य आपूर्ति विभाग की तरफ से बीते 9 मई को इस बारे में अधिसूचना भी जारी कर दी है।
प्रत्येक सामान की रेट लिस्ट लगाना होगा अनिवार्य
इस फैसले से अनाज सहित अन्य उत्पादों की कीमतें नियंत्रित होंगी। मूल्य व लाभ प्रतिशत तय होने से कारोबारी अधिक दामों पर बिक्री नहीं कर पाएंगे। दुकानों पर प्रत्येक सामान की रेट लिस्ट लगाना अनिवार्य होगा। साथ ही इन्हें खरीदने एवं रखने की मात्रा तय होने से कालाबाजारी भी नहीं हो पाएगी।
एक्ट लागू होने से ऐसे तय होंगे दाम
एक्ट लागू होने से दालें व अनाज आदि की रिटेल बिक्री पर सात फीसदी मार्जिन ही कारोबारियों को मिलेगा। सअथ ही चीनी पर सात फीसदी मार्जिन तय है। जिला प्रशासन के पास मार्जिन तय करने की शक्तियां होती हैं। होलसेल पर 2 से 5 और रिटेल पर 2 से 10 फीसदी तक मार्जिन तय किया जा सकता है।
विरोध में उतरे कारोबारी संगठन
हिमाचल प्रदेश सरकार की तरफ से इस एक्ट को लागू करने के निर्णय का शिमला के कारोबारी संगठनों ने विरोध किया है। शिमला व्यापार मंडल के महासचिव नितिन सोहल ने बताया कि जब उक्त एक्ट लागू किया गया तो उस समय की परिस्थितियां कुछ और थीं। उस दौरान खुदरा दुकानों की संख्या कम थी लेकिन आज दुकानें बढ़ गई हैं व प्रत्येक चीज ऑनलाइन उपलब्ध है। ऐसे में दुकानदार इस स्थिति में नहीं हैं कि ग्राहक से अतिरिक्त पैसा वसूल कर सकें। इसके अलावा खाद्यान्नों की कोई कमी भी नहीं है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इसे लेकर मुख्यमंत्री से मिलकर फैसला रद्द करवाने की मांग की जाएगी। शिमला व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव ठाकुर ने बताया कि पूर्व भाजपा सरकार ने उक्त एक्ट को खत्म कर दिया था, लेकिन नई कांग्रेस सरकार ने इसे लागू कर कारोबारियों की परेशानी बढ़ा दी है।
विरोध के पीछे कारोबारी दे रहे यह तर्क
कारोबारियों का कहना है तय मात्रा से अधिक स्टॉक खरीदने या रखने हेतु लाइसेंस जरूरी नहीं होना चाहिए। इसके साथ मार्जिन की शर्त हटनी चाहिए। अब कारोबार के खर्चे बढते जा रहे हैं। ऐसे में दुकानों पर अकाउंटेंट, हेल्पर रखने पड़ रहे हैं। इसके अलावा किराया बढ़ गया है। ऐसे में सात फीसदी मार्जिन पर सामान बेचना संभव नहीं है।
6) दर्दनाक हादसा : खाई में गिरी कैंपर, दो की मौत
हिमाचल में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है। यह हादसा कुल्लू जिला के निरमंड उपमंडल के अंतर्गत डमहेली में हुआ है। बोलेरो कैंपर खाई में गिरने से कैंपर के परखच्चे उड़ गए। इस दौरान कैंपर चालक सहित दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। मरने वालों की पहचान लहर सिंह(45) पुत्र निका राम व पांकवा और कमु(26) पुत्र ईश्वर दास निवासी पांकवा निरमंड के रूप में हुई है। जैसे ही लोगों को हादसे का पता चला तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शवों को कब्जे में लेकर उन्हें पोस्टमार्टम हेतु भिजवा दिया है।
7) शादी समारोह में जा रहे युवकों के साथ हुआ दर्दनाक हादसा, तीन की मौत
शिमला : पहाड़ों की राजधानी शिमला के रोहड़ू उपमंडल में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। एक आल्टो कार पब्बर नदी में गिर गई है। हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई है वहीं दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। दुर्घटना की पुष्टि करते हुए रोहड़ू के डीएसपी रविंद्र नेगी ने बताया कि शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। साथ ही मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाही आरंभ कर दी है।
रामपुर के रहने वाले सभी युवक
मृतकों की पहचान श्रेय नेगी (18) पुत्र लेख राज निवासी करशली डाकघर तकलेच तहसील रामपुर जिला शिमला व शिंवाग (18) पुत्र रुप लाल निवासी गांव कुल डाकघर मझारली तहसील रामपुर जिला शिमला एवं जतीर (20) पुत्र मनी लाल निवासी गांव दलाश डाकघर तकलेच तहसील रामपुर के रूप में हुई है। घायलों में रमन (22) पुत्र राज पाल निवासी गांव बशोली डाकघर तकलेच तहसील जिला रामपुर और करुण चौहान (20) पुत्र तारा चंद निवासी गांव गोपालपुर डाकघर करतोट तहसील रामपुर जिला शिमला के तौर पर हुई है। सभी घायलों का उपचार सिविल अस्पताल रोहड़ू में चल रहा है।
शादी समारोह में जा रहे थे युवक
जानकारी के अनुसार सोमवार देर रात सभी युवक का कार में सवार होकर शादी समारोह हेतु चिढ़गांव के थाना क्षेत्र जा रहे थे। कार सीमा के पास पहुंची तो चालक ने कार से नियंत्रण खो दिया और गाड़ी नीचे पब्बर नदी में जा गिरी। हादसे में कार सवार तीन युवकों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। साथ ही दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही रोहड़ू पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य आरंभ किया । पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है, वहीं घायलों का उपचार सिविल अस्पताल रोहड़ू में चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज आगामी कार्रवाही आरंभ कर दी है।
8) मलेशिया में फंसा बल्ह का जगदीश, परिजनों ने लगाई मदद की गुहार
मंडी : बल्ह उपमंडल के कसारला गांव का जगदीश कुमार पुत्र बलीभद्र मलेशिया में किसी संकट में फंस गया है। जगदीश के बड़े भाई लोकपाल ने पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर एवं डीसी मंडी के जरिये सहायता और अपने भाई को सुरक्षित वापिस भारत लाने की गुहार लगाई है। लोकपाल ने बताया कि उसका भाई दिसंबर 2019 को रोजगार की तलाश में मलेशिया गया हुआ था। सबकुछ ठीक था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह परेशान रहने लग गया था। जगदीश ने अपने भाई लोकपाल को फोन पर बताया कि जिन लोगों के साथ वह रह रहा है, उनके साथ उसका किसी बात को लेकर उसका विवाद हो गया है। जिसके बाद वे लोग उसे डरा धमका रहे हैं। इसके बाद बीते लगभग एक सप्ताह से जगदीश का मोबाइल नंबर बंद आ रहा है। ऐसे में अब उसके साथ किसी भी प्रकार का कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। इस पर जयराम ठाकुर ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
केंद्र सरकार से मदद की लगाई गुहार
लोकपाल ने अंदेशा जताया है कि उसके छोटे भाई के साथ कोई अनहोनी हो गई है। उन्होंने डीसी मंडी के जरिये भी केंद्र सरकार से सहायता की गुहार लगाई है। नेता प्रतिपक्ष से भी मामले में मदद का निवेदन किया है। लोकपाल ने कहा कि केंद्र सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करे और मलेशिया में दूतावास के माध्यम से जगदीश की मदद करके उसे सुरक्षित घर वापिस लाया जाए।
9) दो दिन भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, इतने दिन खराब रहेगा मौसम
हिमाचल में दो दिन भारी बारिश, अंधड़ व ओलावृष्टि चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। प्रदेश के कई भागों में 23 व 24 मई को भारी बारिश, ओलावृष्टि व अंधड़ चलने का ऑरेंज अलर्ट है। साथ ही 25, 26 और 27 मई के लिए अंधड़ चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच ऊंची चोटियों पर बर्फ के फाहे गिर सकते हैं। 28 मई तक हिमाचल के कई हिस्सों में मौसम बिगड़ा रहेगा। विभाग के अलर्ट के बीच आज सुबह शिमला में मौसम साफ रहा, लेकिन दोपहर से बादल छाए हुए हैं।
दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह
मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश, ओलावृष्टि व अंधड़ चलने से भूस्खलन, खड़ी फसलों, फलों के पौधों और नई पौध को नुकसान हो सकता है। इस बीच हवा की गति में भी 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार होने का पूर्वानुमान है। ऐसे में विभागों की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने हेतु कहा गया है। ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलने से हिमाचल में सेब बागवानी को भी काफी नुकसान हो सकता है।
छह माह बाद मनाली से छोटा दड़ा तक खुला ग्रांफू-समदो मार्ग
बर्फ से बंद जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति के पर्यटन स्थल अब बहाल होने लगे हैं। मनाली-लेह मार्ग खुलने के पश्चात अब सबकी नजर ग्रांफू-काजा-समदो मार्ग पर टिकी है। लाहौल-स्पीति प्रशासन ने मंगलवार को मनाली की ओर से फोर बाई फोर वाहनों के लिए ग्रांफू से छोटा दड़ा तक खोल दिया है। पर्यटकों को अब मस्ती के लिए एक और स्नो प्वाइंट मिल गया है।
10) नशे में धुत्त कार चालक ने रौंद दिए 3 बच्चे, एक बच्ची की मौत
सुंदरनगर : जिला मंडी के सुंदरनगर में नशे में धुत्त कार चालक ने प्रवासी मजदूरों के 3 बच्चों को रौंद दिया है। जिससे तीनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायल तीनों बच्चों को लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक ले जाया गया, जहां एक बच्ची की मौत हो गई है। पुलिस ने आरोपी कार चालक को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर आगामी जांच आरंभ कर दी है। मिली जानकरी के अनुसार हादसे के समय कार चालक नशे में था। आरोपी चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।
मेडिकल कॉलेज नेरचौक किया रेफर
ग्राम पंचायत कलौहड़ के धनेश्वरी व रोपा गांव के समीप सोमवार देर शाम एक बेकाबू आल्टो कार ने प्रवासी मजदूरों के 3 बच्चों को जोरदार टक्कर मार दी है। घायल बच्चों में सत्यम (8), दुर्गा (12), अनुपमा (10) के नाम शामिल है। कार को जाभी राम पुत्र शिवराम निवासी गांव धरोट डाकघर बरौहकड़ी तहसील निहरी जिला मंडी चला रहा था। तीनों बच्चों को जख्मी हालत में सिविल अस्पताल सुंदरनगर पहुंचाया गया, जहां से डॉक्टरों ने प्रारंभिक उपचार के बाद उनकी गंभीर हालत को देखते हुए मेडिकल कॉलेज नेरचौक रेफर कर दिया गया। इस दौरान अनुपमा की मौत हो गई है, जबकि अन्य दो बच्चों का उपचार नेरचौक में किया जा रहा है। पुलिस थाना सुंदरनगर द्वारा कार के आरोपी चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आगामी जांच आरंभ कर दी गई है। डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार ने बताया कि कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है। वहीं कार चालक का मेडिकल सिविल अस्पताल में करवाया गया है।