हजारों साल पुराना मंदिर, जिसकी खूबसूरती व वास्तुकला के लाखों मुरीद (Laxmi Narayan)
प्रातकाल सूर्य उदय से पहले जब भोर होने को होती है तो उस समय पक्षियों का कलरव और दूर पहाड़ों के पीछे छाई सूर्य की लालिमा एक बड़ा ही अद्भुत मनोहारी और आलोकिक दृश्य प्रस्तुत करती है। ऐसे में जब मंदिरों की घंटियों के सुर वातावरण में गूंजने लगते हैं, तो स्वत: ही मनुष्य को आत्मिक शान्ति का आभास होने लगता है। इसके साथ ही उसका सर उस प्रभु के प्रति झुक जाता है, जिसने इस सुंदर संसार की रचना की है। मनुष्य का मन इस अद्भुत संसार की रचना करने वाले ईश्वर का गुणगान करने लगता है। आज इस लेख में हम चम्बा के हजारों साल पुराने मंदिर, जिसकी खूबसूरती व वास्तुकला के लाखों मुरीद हैं (Laxmi Narayan Mandir) के बारे में संपूर्ण जानकारियों को विस्तार से जानेगें, लेकिन इससे पहले अगर आप इस मंदिर के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस ब्लॉग को अंत तक जरुर पढ़ें-
लक्ष्मी नारायण मंदिर चम्बा (Laxmi Narayan Mandri) :-
लक्ष्मी नारायण मंदिर हिमाचल प्रदेश के चम्बा शहर के प्रमुख मंदिरों में से एक है। यह बेहद प्राचीन मंदिर है और इसकी काफी मान्यता है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालू इस मंदिर में भगवान विष्णु के दर्शन के लिए आते हैं। इसके साथ ही यह मंदिर पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र भी है। अगर आप भी चम्बा घूमने के लिए आते हैं तो इस मंदिर की यात्रा भी कर सकते हैं। इस मंदिर में अन्य मंदिर जैसे गौरी शंकर, चंद्रगुप्त का शिव मंदिर और राधा कृष्ण भी स्थित हैं।
मंदिर का Architecture:-
चम्बा में स्थित Laxmi Narayan Chamba Mandir वैसे तो एक धार्मिक स्थल है, लेकिन इसके अलावा यह अपने महान वास्तुकला चमत्कार के लिए भी जाना जाता है। इस मंदिर को शिखर शैली में छत के रूप में लकड़ी के स्मारकों के साथ बनाया गया है। मुख्य मंदिर के अलावा भी यहां कई अन्य देवी- देवताओं के मंदिर हैं, जहां भक्त भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए भारी संख्या में पहुंचते हैं। इस मंदिर में स्थित भगवान विष्णु की मूर्ति को संगमरमर से उकेरा गया है, वहीँ कुछ लोगों का येह भी कहना है कि राजा साहिल वर्मन ने संगमरमर पर हाथ आजमाने हेतु अपने 8 पुत्रों की बलि दे दी थी।
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Opening and Closing Time –
चम्बा में स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर को खोलने के लिए समय सीमा निर्धारित की गयी है। अगर आप आप चम्बा के लक्ष्मी नारायण मंदिर के दर्शन करने का प्लान बना रहे हैं तो बता दें यह मंदिर दिन में दो बार खोला जाता है। चम्बा का लक्ष्मी नारायण मंदिर सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 12 : 30 बजे तक और फिर दोपहर 2 :30 से रात 8 :30 तक खुला रहता है।
Visit करने का सही समय :-
अगर हम बात करें चम्बा के लक्ष्मी नारायण मंदिर में जाने का सबसे अच्छा समय क्या होगा तो आपको बता दें, अप्रैल और अक्टूबर के बीच चम्बा जाने का सबसे अच्छा समय है। इसके आलावा अगर आप पर्यटन स्थलों को घूमने का प्लान बना रहे हैं तो उनके लिए मार्च से जून सबसे अच्छा समय है। अगर आप इस मंदिर को सजा हुआ और भीड़- भाड़ से भरा हुआ देखना कहते हैं तो आप जन्माष्टमी और दीपावली के दौरान जाने का प्लान करें।
कैसे पहुंचे मंदिर :-
By Air :- यदि आप चम्बा लक्ष्मी नारयण मंदिर चम्बा जाने के लिए हवाई मार्ग से जाने की योजना बना रहे हैं, तो आपको कांगड़ा हवाई अड्डे पर उतरना होगा। फ्लाइट से उतरने के बाद आपको टैक्सी या बस जैसे लोकल ट्रांसपोर्ट लेने होंगे। एरपोर्ट से चम्बा तक की यात्रा करने में आपको लगभग दो घंटे का सफर करना होगा।
By Train :- लक्ष्मी नारायण मंदिर का निकटम रेलवे स्टेशन पठानकोट रेलवे स्टेशन है। जब आप स्टेशन पर उतर जाते हैं, तो आपको कैब या ट्रांसपोर्ट के किसी अन्य साधन द्वारा बची दूरी को कवर करने की जरुरत होगी।
By Road :- आपके स्थान के आधार पर, आप सड़क मार्ग से भी लक्ष्मी नारायण मंदिर चम्बा की यात्रा कर सकते हैं। आप अपने वाहन, कैब या बस से यात्रा करना चुन सकते हैं।
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