SpiritualHanuman Janmotsav 2023: तारीख, समय और मुहूर्त की पूरी जानकारी
05 April 2023 5 mins read

Hanuman Janmotsav 2023: तारीख, समय और मुहूर्त की पूरी जानकारी

05 April 2023 5 mins read

भगवान हनुमान हिंदू धर्म में सम्मानित देवताओं में से एक हैं। हनुमान जन्मोत्सव (Hanuman Janmotsav) हिंदू धर्म का एक प्रसिद्ध त्योहार है जो हर साल वैशाख शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है। हनुमान जन्मोत्सव का महत्व और इसे कैसे मनाया जाता है, इसके बारे में यह लेख आपको जानकारी देगा।

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हनुमान जन्मोत्सव क्या है?

हनुमान जन्मोत्सव हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है जो हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार हनुमान जी को समर्पित होता है, जो हिन्दू धर्म में भगवान राम के भक्त के रूप में जाना जाता है। हनुमान जी के अनुयायी इस त्योहार के दिन पूजा करते हुए उन्हें चढ़ावा, पुष्प, प्रसाद आदि अर्पित करते हैं।

हनुमान जन्मोत्सव भारत और नेपाल जैसे कुछ अन्य देशों में भी मनाया जाता है। इस दिन लोग श्री हनुमान की आराधना करते हुए विभिन्न पूजा-अर्चना करते हैं जैसे कि बाल समागम, अक्षय कुम्भ की पूजा, जंगली मंदिरों में उपवास आदि।

हनुमान जी की पूजा से भक्तों को धैर्य, बल, उत्साह और सफलता की प्राप्ति होती है। इस त्योहार के दिन भक्त अपने अंतःकरण में श्री हनुमान की उपासना करते हुए अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।

Hanuman Janmotsav की पूजा विधि-

हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर पूजा विधि बहुत महत्वपूर्ण होती है। यह पूजा विधि आपको हनुमान जी के आशीर्वाद से लाभ दिलाने में मदद करती है। निम्नलिखित हैं हनुमान जन्मोत्सव की पूजा विधि के विस्तृत विवरण:

सामग्री:

गंगा जल
लाल फूल
दूसरे रंग के फूल
अगरबत्ती
लाल फुल की माला
लाल कपड़ा
सिंदूर
दूध
पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और तुलसी का रस)

पूजा विधि:

पूजा के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखें।
घर के पूजा स्थान पर एक चौकी रखें और उस पर लाल कपड़ा बिछा दें।
एक थाली में गंगा जल, लाल फूल, दूसरे रंग के फूल, अगरबत्ती, दीपक, दूध और पंचामृत रखें।
हनुमान चालीसा या हनुमान जी के दूसरे भजनों को पढ़ें या सुनें।
हनुमान जी के सामने बैठकर, उनकी मूर्ति के सामने अपनी पूजा करें।
पंचामृत का भोग चढ़ाएं।
अगली दिन शुभ मुहूर्त में हनुमान जी का विसर्जन करें।

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Hanuman Janmotsav 2023

इस साल चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि 05 अप्रैल को सुबह 09 बजकर 19 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 06 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 04 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार, इस बार हनुमान जयंती 06 अप्रैल को ही मनाई जाएगी

हनुमान जन्मोत्सव पूजन मुहूर्त (Hanuman Janmotsav 2023 Pujan Muhurat

  • शुभ का मुहूर्त (उत्तम) - सुबह 06.06 -  07.40 मिनट तक
  • चर का मुहूर्त (सामान्य) - सुबह 10.49 - दोपहर 12.24 मिनट
  • अभिजित मुहूर्त - सुबह 11.59 - दोपहर 12.49 मिनट
  • लाभ का मुहूर्त (उन्नति) - दोपहर 12.24 - दोपहर 01.58 मिनट
  • शाम का मुहूर्त (शुभ) - शाम 05.07 - शाम 06.41 मिनट
  • रात्रि मुहूर्त (अमृत) - शाम 06.42 - रात 08.07 मिनट

हनुमान जन्मोत्सव के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें इस प्रकार हैं:

शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें: हनुमान जन्मोत्सव के दिन शुभ मुहूर्त में पूजा करने से उसका विशेष महत्व होता है। इसलिए, शुभ मुहूर्त का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है।

साफ-सफाई का ध्यान रखें: पूजा से पहले और बाद में साफ-सफाई का ध्यान रखना आवश्यक होता है। शुद्धता और स्वच्छता हनुमान जी की पूजा में बहुत महत्वपूर्ण है।

व्रत रखना: हनुमान जन्मोत्सव के दिन व्रत रखने से हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। व्रत में सिर्फ एक बार भोजन करना और पूजा सम्पन्न करना होता है।

दान का महत्व: हनुमान जन्मोत्सव के दिन दान करने से बहुत बड़ा पुण्य मिलता है। दान में ज्ञान, अहिंसा, सत्य, दया, दान आदि शामिल होना चाहिए

मन्त्र जप: भक्ति और शक्ति के साथ संबंधित मन्त्रों का जप करना चाहिए। यह मन को शांत रखता है और अधिक शक्ति और उत्साह प्रदान करता है। हनुमान जी की पूजा में उनके महामंत्र “ॐ हनुमते नमः” का जप किया जाता है। यह मन्त्र जप हनुमान जी के दर्शन, आशीर्वाद, शुभकामनाओं को प्राप्त करने में सहायता करता है।

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